देहरादून–गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाली उत्तराखंड की झांकी का यहां भव्य प्रदर्शन किया गया, जिसमें चारधाम ऑल वेदर रोड, टिहरी बांध पर डोबरा चांठी मे बने सस्पेंशन पुल जैसे विकास कार्यों के साथ ही झांकी के अग्र भाग पर हेमकुंड साहिब और अंतिम हिस्से में बद्रीनाथ धाम को दर्शाया गया है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा यहां राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों की झांकी के कलाकारों ने पत्रकारों के समक्ष अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक पेश की। इसमें उत्तराखंड के 16 कलाकारों ने पांरपरिक वेशभूषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। इस बार 12 राज्यों की झांकी को 26 जनवरी की परेड में शामिल किया जा रहा है।
उत्तराखंड सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं झांकी मामलों के नोडल अधिकारी केएस चौहान ने बताया कि उत्तराखंड के 16 कलाकार परेड में शामिल होंगे।
उनका कहना था कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर उत्तराखंड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘‘देवभूमि उत्तराखंड” रखा गया है।
उन्होंने बताया कि झांकी के अग्र भाग में सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा दिखाया गया है, जो प्राचीन हेमकुंड झील के तट पर 4,329 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
वहीं मध्य भाग में टिहरी बांध की झील पर बने 440 मीटर लंबे डोबरा चांठी सस्पेंशन ब्रिज को दिखाया गया है, जो टिहरी गढ़वाल जिला मुख्यालय और प्रताप नगर क्षेत्र को जोड़ता है।
टिहरी बांध देश का सबसे ऊंचा और दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा बांध है। झांकी के अंतिम भाग में बद्रीनाथ मंदिर को तथा झांकी के किनारे वाले हिस्से में 12 हजार करोड़ की चारधाम ऑल वेदर रोड़ को दिखाया गया है।
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