विधानसभा चुनाव की हार और जीत पर दाव पर लगा दिए ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल चुनावी परिणाम आया तो मोटरसाइकिल देनी पड़ी।
लेकिन मजे की बात देखिए कि जब यह बात पार्टी के मुखिया को पता चली तो उसने उस युवक को बुलाकर उसे बाइक के पैसे दे दिए।
जी हां यह सच है दरअसल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बांदा सीट पर समाजवादी पार्टी और भाजपा के समर्थकों के बीच शर्त लगी।
जिसमे भी ऐसी की जिसमें ₹100 के स्टांप से लेकर गवाहों तक के साइन कराए गए जीत भाजपा की हुई और सपा समर्थक को अपनी मोटरसाइकिल गवानी पड़ी।
जब यह बात समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को पता चली तो उन्होंने उस युवक को बुलाकर उसे मोटरसाइकिल के पैसे तो दिए साथ में इस तरह की शर्त लगाने के लिए जमकर फटकार भी लगाई।
मामला बाँदा जनपद के मटौंघ थाना छेत्र के बसहरी गाँव का है जहां का निवासी बिलौटा सैनी, टेंपो चलाता हैं और उसका पड़ोसी अवधेश कुशवाहा, इलेक्ट्रॉनिक और प्लास्टिक सामान की फेरी लगाता हैं ।
दोनों ने बीती 6 फरवरी को चुनाव में हार-जीत को लेकर शर्त लगाई थी, शर्त की रकम भी छोटी मोटी नहीं थी।
यह शर्त बाँदा जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है, साथ ही शर्त में स्तमाल हुआ स्टाम्प भी सोशल मीडिआ में जमकर वायरल हो रहा है ।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को इस शर्त की जानकारी हुई तो उन्होंने सपा समर्थक को लखनऊ बुलाया और चेक देते हुए बाइक के नुकसान की भरपाई की, अखिलेश यादव ने हारे हुए व्यक्ति को समझाते हुए दोबारा ऐसी शर्त ना लगाने की नसीहत दी ।
इस शर्त की जानकारी देते हुए सपा वा भाजपा समर्थको ने कहा की हम दोनों दोस्त बैठे हुए थे तभी अचानक आपस में शर्त लग गयी।
इसके बाद एक दूसरे को विशवास दिलाने के लिए हमने 100 रुपये के स्टाम्प में की लिखा-पढ़ी करके स्टाम्प को गाँव के एक युवक के पास जमा कर दिया था और शर्त हारने पर हमने बाईक को शर्त के अनुसार जीते हुए दोस्त को देदी ।
सपा समर्थक ने कहा की अखिलेश यादव से जो हमे मदद प्राप्त हुई है उसमे मैं दोबारा बाईक खरीदूंगा और पहले की तरह उसमे इलेक्ट्रॉनिक और प्लास्टिक सामान की फेरी लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करूँगा ।
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