हरिद्वार। अबकी बार, मदन फिर एक बार… यह नारा कांग्रेस के टिकट वितरण की खामियों से तेजी से परवान चढ़ रहा है।
वैश्य समाज को जिले में एक भी टिकट ना मिलने से बनिया बिरादरी के लोग कांग्रेस से बेहद नाराज हैं। वेश्य समाज के स्थानीय नेताओं को कांग्रेस से जवाब देते नही बन रहा है।
हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में वैश्य बिरादरी के प्रमुख नेताओं ने चार बैठकें कर भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक का सम्मान स्वागत कर उन्हें अपना समर्थन दिया। इससे कांग्रेस में बेचैनी का माहौल है।
इस मामले में भाजपा ने कांग्रेस से न केवल बढ़त ली है बल्कि उसे कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने का मौका भी मिल गया है।
वैश्य बिरादरी का जिले में एक खासा वोट बैंक है। उदाहरण इसी से लगाया जा सकता है कि जहां लक्सर से वैश्य बिरादरी के विधायक और नगर पालिका चेयरमैन हैं।
वहीं रूड़की में मेयर पद पर इसी समाज के व्यक्ति का कब्जा है।
इसी को देखते हुए भाजपा ने टिकट वितरण में सावधानी बरतते हुए लक्सर से वैश्य समाज के वर्तमान विधायक का टिकट बरकरार रखा।
कांग्रेस चुनावी समर में पहले दौर में ही इस मामले में पिछड़ गयी है। विदित हो कि कभी वैश्य बिरादरी के वोट बैंक पर कांग्रेस का कब्जा हुआ करता था।
चौधरी बंधु और कद्दावर नेता स्व. अंबरीश कुमार का इस समाज में अच्छा दखल माना जाता था।
उत्तराखंड बनने के बाद हरिद्वार में विधायक मदन कौशिक ने हरिद्वार ही नहीं अपितु पूरे जनपद में इस समाज को अपने पाले में करने के लिए काम किया।
भाजपा ने बिरादरी के कई नेताओं को निगम, पालिकाओं और संगठन में सम्मान दिया और आगे बढ़ाने का काम किया। विकास के कामों ने भी आम व्यक्ति को भाजपा की ओर झुकाव में मदद की।
हरिद्वार ही लें, पहले भाजपा ने निगम चुनाव में बिरादरी को टिकट और पदों में सम्मान दिया तो संगठन में भी इस बात का ध्यान रखा गया। इससे भाजपा के पक्ष में संदेश गया और धीरे धीरे वैश्य बिरादरी का वोट बैंक भाजपामय हो गया।
कांग्रेस में आपसी झगड़ों में ही निपटारा नहीं हो पाया सो इस मामले में कांग्रेस ने उदासीन रवैया अपनाए रखा। सही कसर कांग्रेस ने इस चुनाव में पूरी कर दी। कांग्रेस हरिद्वार जनपद में टिकट वितरण में सिर फुटवल में ऐसी उलझी कि वह जनपद का जातिगत समीकरण ही भूल गयी।
जनपद भर में वैश्य समाज का टिकट न मिलने से नाराज वैश्य व्यापारी नेता सुयश अग्रवाल और प्रदीप गोयल कहते हैं कि कांग्रेस सुधार के लिए तैयार नहीं है।
उनकी उपेक्षा से वैश्य समाज नाराज है। युवा नेता प्रतीक गुप्ता कहते हैं कि कांग्रेस पराभव काल में हे। कांग्रेस के नेता कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। उम्मीदे भाजपा से हैं जो पूरी होंगी।
ज्वालापुर से प्रदीप मेेहता कहते हैं कि कांग्रेस चुनाव के समय जागती है तो उससे अब कुछ उम्मीदें नहीं की जा सकती। वैश्य बिरादरी में जिस तरह से भाजपा के प्रति अनुराग ओर समर्थन जुड़ा है, उससे साफ है कि भाजपा चुनाव प्रचार में बढ़त लेती हुई दिखाई दे रही है।
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