व्यापारियों ने फूंका एचआरडीए का पुतला , एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई का अल्टीमेटम
हरिद्वार। मध्य हरिद्वार के सुपर कंपलेक्स में स्थित सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन और व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
हॉस्पिटल प्रबंधन और व्यापारी लगातार एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगाते जा रहे व्यापारियों का आरोप है कि हॉस्पिटल की प्रबंधन पर मनमाने तरीके से नियमों को छांट पर रखकर हास्पिटल का विस्तार कर रहे हैं।
खास खबर हरिद्वार में नहीं चलेगा चाइनीस मांझा पुलिस ने बनाई रणनीति
विरोध करने वाले व्यापारियों को धमकाने के साथ फिरौती मांगने का झूठा आरोप लगा रहे हैं।
वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन का आरोप है कि व्यापारी जानबूझकर उन पर दबाव बना रहे हैं।ताकि उन्हें ब्लैकमेल किया जा सके।
इस कड़ी में शनिवार व्यापारियों ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण का पुतला दहन करने के साथ हास्पिटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के
लिए एक सप्ताह का अल्टिमेटम दिया है इसके बाद आंदोलन की चेतावनी भी दी है
प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मृदुल कौशिक ने कहा कि हॉस्पिटल प्रबंधन लगातार व्यापारियों पर झूठे आरोप लगा रहा है।
उन्होंने कहा कि एचआरडीए, अग्निशमन अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, उत्तराखण्ड जल संस्थान, एसएसपी और ज्वालापुर थाने में सिटी हास्पिटल के खिलाफ जांच चल रही है।
उसी जांच को प्रभावित करने और सुपर कॉम्पलेक्स के व्यापारियों पर दबाव बनाने के लिए सिटी हास्पिटल के मालिक झूठी शिकायत कर रहे हैं।
सुपर कॉम्पलेक्स के एक व्यापारी जयपाल सिंह का कहना है कि वे उनकी दुकान पर आए और ध्मकी दी कि वे सिटी हास्पिटल के विस्तारीकरण के मामले से पीछे हट जायें,
वरना इसके तुम्हें बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
जयपाल सिंह ने कहा कि शनिवार को प्रातः करीब 11 बजे सिटी हॉस्पिटल प्रबंधक एस कपूर सुपर कॉम्पलेक्स में आए और सभी दुकानों के बिना अनुमति के फोटोग्राफी करने लगे और झूठ बोलते हुए पांच लाख रुपये की मांगने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि काम्प्लेक्स व्यापारियों का आरोप है कि सिटी हास्पिटल के मालिक ने काम्पलेक्स की छतों पर जाने वाले चार रास्तों में से तीन को पूरी तरह बंद कर दिया व इसके साथ ही वहां लगे पफायर सिस्टम के पानी के टैंक को भी नष्ट कर दिया गया है। एचआरडीए को दिए पत्र मेे दुकानदारों ने बताया कि लगभग 32 वर्ष पुराने यह सुपर काम्पलेक्स है।
वर्तमान में चार मंजिल के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन पिफर भी चौथी मंजिल पक्की बनाकर हास्पिटल का विस्तार किया गया
वही हॉस्पिटल प्रबंधन के संचालक एस कपूर ने कहा कि व्यापारी मनमानी पर उतारू है।
उन्होंने नीचे का माला व्यापारियों को बेचा है।
ऊपर का माला उनके पास सुरक्षित है जिस पर वह निर्माण करा रहे हैं ।
चुकी अंतरिम निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए उन्हें परमिशन की आवश्यकता नहीं है।
इसके बावजूद उन्हें जबरन परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता की भलाई के लिए उन्होंने हॉस्पिटल का निर्माण कराया है उनके हॉस्पिटल में 500000 की ओपीडी चल रही है ।
जीडी हॉस्पिटल से ज्यादा मरीज उनके यहां इलाज के लिए आते हैं । इसके लिए हॉस्पिटल के विस्तार की आवश्यकता है।
More Stories
हर की पौड़ी पर विशेष प्रार्थना सभा का किया गया आयोजन
मांगे पूरी न होने पर उत्तराखंड पॉवर लेखा एसोसिएशन का हल्ला बोल
3 लाख दीपकों की रोशनी के बीच 500 ड्रोन दिखाएंगे कमाल