December 27, 2024

24x7breakingpoint

Just another WordPress site

4 percent regervation fixed for national and international players of Uttrakhand in government jobs

उत्तराखंड में अच्छे खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी

राज्य के कुशल खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी में 4 प्रतिशत का आरक्षण खेल में हुआ तय।

4 प्रतिशत आरक्षण लागू होने से प्रदेश के खिलाड़ियों के पलायन पर लगेगी रोक

देहरादून। लंबे समय से राज्य में सरकारी नौकरी का ख्वाब देख रहे प्रदेश के समस्त कुशल खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है।खिलाड़ियों के लिए राज्य की सरकारी नौकरियों में सेवा करने का सुनहरा अवसर प्रदान करने के लिए चार प्रतिशत का आरक्षण लागू कर दिया है।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी खिलाडियों के लिए यह बेहद खुशी की बात है कि सरकारी नौकरी में 4 प्रतिशत खेल कोटा लागू करने के शासनादेश को राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है।

साथ ही बताया कि 4 प्रतिशत आरक्षण के तहत ऐसे खिलाड़ी सम्मलित होंगे जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त किए हों।

कहा कि पूर्व में राज्य के प्रतिभावन खिलाड़ी अन्य राज्यो में अपनी सेवाएं देते थे जिसके कारण पलायन की बहुत बड़ी समस्या थी किंतु अब हमारे राज्य के ऐसे प्रतिभावन खिलाड़ी अपने राज्य में ही सरकारी सेवाओं में सेवाएं देंगे।

कहीं ना कहीं इससे राज्य के खिलाड़ियों का अन्य राज्यो में पलायन भी रुकेगा और वह राज्य हित मे अपना योगदान देंगे।

कहा कि इसके साथ ही हमने आउट ऑफ टर्न जॉब की भी व्यवस्था की है।खेल मंत्री ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को लाभ प्राप्त होगा ।

वहीं खेल मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री धामी जी के कुशल नेतृत्व में खेल और खिलाड़ियों के हितों के लिए लगातार काम के रही है।

जिसके तहत मुख्यमंत्री उदीयमान उन्नयन योजना हो,स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण हो,स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण हो,खेल महाकुंभ जैसे कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं।

कहा कि निश्चित ही इस फैसले से राज्य के युवा खेल के प्रति आकर्षित भी होंगे और वह आने वाले समय मे देश व प्रदेश का नाम रोशन करने का काम भी करेंगे।

चार प्रतिशत आरक्षण और आउट ऑफ टर्न जॉब लागू किये जाने को लेकर खेल मंत्री ने मुख्यमंत्री धामी का धन्यवाद व आभार व्यक्त करने के साथ ही सभी खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं।

About The Author