World TB Day लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन
देहरादून। टीबी हारेगा और देश जीतेगा, इस स्लोगन के साथ स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मियों ने टीबी को हराने का एक नया संकल्प लिया है।
विश्व टीबी दिवस पर स्वस्थ्य विभाग के कर्मियों ने लोगों को इस रोग की गंभीरता को लेकर जागरूक करने का संकल्प लिया है।
टीबी हारेगा और देश तभी जीतेगा जब समय से इसकी जानकारी के बाद समुचित इलाज कराया जाय।
राजधानी देहरादून में विश्व टीबी दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन कर स्वास्थ्य कर्मियों को इस विषय में और जागरूक रहने पर बल दिया गया।
दून अस्पताल के डॉक्टर एसके झा ने इस विषय में कहा कि दुनियाभर में हर साल लगभग 15 लाख मौत टीबी यानी क्षय रोग के कारण होती है।
इनमें से एक-चौथाई से अधिक मौत अकेले भारत में होती हैं। इसलिए इस बीमारी को सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक माना जाता है।
उन्होंने कहा कि इलाज को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए और इसको जड़ से खत्म करने के लिए कोर्स पूरा करने की जरूरत है।
साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जागरूकता ही इसका बचाव है क्योंकि समय पर जानकारी होने के बाद इसका पूरा इलाज होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समय पर जानकारी नहीं मिल पाने की वजह से ही यह मर्ज और तेजी के साथ बड़ा है, हालांकि प्रयास है कि इसको पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाए।
वही इस बीमारी से लड़कर जीतने वाले मरीज भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
ऐसे ही एक मरीज कमलेश कुमार का कहना है कि वह अब लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं, ताकि इस बीमारी को जड़ से समाप्त कर दिया जाए।
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