एक पुरानी कहावत है कि कहना तो बेटी को और सुनाना बहु को,
ऐसा ही कुछ सत्ता के गलियारे में देखने को मिला,जब सीएम धामी नेबैठक में अधिकारीयों को जमकर खरी खोटी सुनाई.
लेकिन कही तो अधिकारीयों को लेकिन सीएम का निशाना कही ओर ही था.
तभी तो सीएम साहब बैठक की देरी से लेकर बैठक में स्वागत जैसी चीजों पर भड़क गए.
देहरादून । मंगलवार को सीएम धामी कुछ अलग ही अंदाज में दिखाई दिए.
वन्य जीव बोर्ड की बैठक को लेकर उन्होंने अधिकारीयों की क्लास ली.
सीएम धामी ने बैठक स्वागत आदि में समय न बर्बाद करने की भी नसीहत अधिकारीयों को दी.
साथ ही सीएम धामी ने अधिकारीयों के पेंच कस्ते हुए कार्य संस्कृति में सुधार लाने को भी कहा.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में उत्तराखण्ड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 17 वींं बैठक की गई।
काफी लम्बे समय से बोर्ड की बैठक न होने पर मुख्यमंत्री ने नाराज दिखाई दिए.
उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक नियमित तौर पर समय से आयोजित की जाएं।
सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मंत्र पर काम करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में नया वर्क कल्चर लाए हैं।
हमें राज्य में जनहित के उद्देश्य से कार्य संस्कृति में सुधार लाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठको में स्वागत संबंधी औपचारिकताओं को न करते हुए सीधे बैठक के एजेंडा पर चर्चा की जाए।
इससे चर्चा के लिये अधिक समय मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठको में केवल बातचीत ही नहीं बल्कि समाधान भी निकले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में वन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है।
वन संरक्षण, वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति संरक्षण बहुत जरूरी है, साथ ही राज्य का विकास भी जरूरी है।
हमें इकोलोजी और ईकोनोमी मे समन्वय बनाकर चलना है।
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