रामायण – मौसम विभाग से पूर्वानुमान के अनुसार श्री केदारनाथ धाम में अगले 06- 07 दिनों तक हिमवारी होने की सम्भावना है,
ग्लैमर देखते हुए उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है डीजीपी रुद्रप्रयाग जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए।
आपको बता दें कि डीजीआरई चंडीगढ़ द्वारा जनपद उत्तरकाशी, चमोली एवं रुद्रप्रयाग हेतु पूर्व में हिमस्खलन चेतावनी को लेकर अलर्ट जारी की गई थी
ग्लोबल प्रशासन लेकर एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ सहयोग करने को कहा गया है।
रविवार को चारधाम यात्रा को लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने गढ़वाल के सभी जनपद क्षत्रुओं के साथ बैठक की कुशल संपन्नता को लेकर।
बैठक में पुलिस ने कई अहम निर्देश दिए
श्री केदारनाथ धाम में लगातार हो रहे हिमयुग से संबंध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, न्यूज चैनल, न्यूज पेपर आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार जांच-पड़ताल करें।
साथ ही बारिश-बर्फबारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं से आग्रह करें कि वे मौसम के मद्देनजर संभल कर और मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार मौसम के साफ होने पर यात्रा प्रारंभ करें।
आपदा प्रबन्धन के दृष्टिगत यह आवश्यक होगा कि आप अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत पुलिस बल, एसडीआरएफ, फॉयर सर्विस, आपदा प्रशिक्षित कर्मियों एवं सम्बन्धित संशाधनों यथा-वाहनों,
फायर सम्बन्धी उपकरणों एवं अन्य उपकरणों को सर्तक कर तैयारी की स्थिति में रखें, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में उन्हें आपदा प्रभावित क्षेत्र में बचाव राहत कार्य में तत्काल प्रयोग में लाया जा सके।
यह भी आवश्यक है कि बचाव दलों को पूर्व से ही जनपदों के ऐसे स्थानों पर नियुक्त कर दिया जाये, जहां आपदा आने की सम्भावना अधिक रहती है, जिससे तत्काल बचाव राहत की कार्यवाही की जा सके।
चारधाम यात्रा/पर्यटन सीजन के दृष्टिगत गढ़वाल परिक्षेत्र के सभी जनपद प्रभार यात्रा मार्गों पर पहुंचें पुलिस और यातायात पुलिस के कर्मियों को नियुक्त करते हुए यातायात व्यवस्था का प्राधिकरण के रूप में संचालन सुनिश्चित करें।
किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति तथा देनदारों की अत्याधिक संख्या में वृद्धि की सम्भावनाओं की दृष्टिगत अपने-अपने जिला मजिस्ट्रेटों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बकाया के लिए आदि के संबंध में स्थानों को बदलती हुई वैकल्पिक व्यवस्थायें समय से पूर्ण करें ली जाएं ।
चारधाम यात्रा के दृष्टिगत गढ़वाल परिक्षेत्र के सभी जनपद प्रभार आप अपने जनपदों से समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने जनपदों से धामों के लिए प्रस्थान/आगमन करने वाले धारकों/यात्रियों की संख्या के संबंध में संबंधित वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक को दूरभाष/व्हाट्सएप आदि के माध्यम से समय से अवगत करायें।
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