October 10, 2024

24x7breakingpoint

Just another WordPress site

9 Days of bhagwat katha organized on parshuram ghat haridwar

परशुराम घाट पर दिव्य यज्ञ के साथ भागवत कथा का समापन

श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में परशुराम घाट गोविंदपुरी हरिद्वार में नवरात्रि के पावन अवसर पर

नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा के नवम दिवस कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया

सनातन हिंदू धर्म में नवरात्रि प्रमुख धार्मिक उत्सवों में शामिल है, जिसमें 9 दिन तक मां जगदम्बा की अलग- अलग रूपों में पूजा होती है.

घरों से लेकर मंदिरों व पांडालों मैं हर जगह नवरात्रि के पावन अवसर पर मां भगवती का पूजन अनेकों अनेक विधि द्वारा किया जाता है

जिनमें मां को प्रसन्न करने की एक विधि यज्ञ की भी है.
आज पूर्णाहुति के पावन अवसर पर भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण ने बताया

मां भगवती के यज्ञों के बारे में श्रीमद्देवी भागवत पुराण में वेद व्यास जी ने विस्तार से किया है.

शास्त्री ने बताया कि देवी भागवत पुराण में मां भगवती का यज्ञों की जानकारी व्यास ऋषि ने राजा जनमेजय को दी है,

जिसमें जनमेजय के भगवती जगदंबिका के अनुष्ठान की उचित विधि पूछने पर व्यासजी यज्ञ के तीन प्रकार के यज्ञ बताए है

9 Days of bhagwat katha organized on parshuram ghat haridwarसात्विक यज्ञ, राजस यज्ञ और तामस यज्ञ बताते हैं. इनमें मुनियों के लिए सात्विक, राजाओं के लिए राजस और राक्षसों के लिए तामस यज्ञ होते हैं.

व्यास ऋषि के अनुसार जब देश, काल, द्रव्य, मंत्र, ब्राह्मण और श्रद्धा सात्विक हो यानि हरिद्वार

आदि पवित्र स्थान पर उत्तरायण का समय न्याय से कमाया हुआ द्रव्य वैदिक मंत्र क्षोत्रीय ब्राह्मण और श्रद्धा हो उसे सात्विक यज्ञ कहते हैं.

एवं षोडशोपचार के साथ तन मन धन अर्पण करते हुए विधि-विधान से किया गया यज्ञ राज श्री यज्ञ कहलाता है

इसी तरह जो यज्ञ अभिमान से भरा हो जिसमें निरपराध पशुओं की बलि दी जाती हो वह तामसिक यज्ञ होता है

शास्त्री जी ने बताया कि इन सभी यज्ञ में से श्रीमद्देवी भागवत पुराण में सर्वश्रेष्ठ यज्ञ ज्ञानियों व वैरागियों द्वारा किए जाने वाले मानस यज्ञ को बताया गया है,

इस अवसर पर पंडित अधीर कौशिक जीने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा

कि आज श्री अखंड परशुराम अखाड़े के द्वारा बिना विघ्न बाधा के सभी के सहयोग से आज मां भगवती का दिव्य यज्ञ करते हुए

पूर्णाहुति दी गई पंडित अधीर कौशिक ने बताया नवरात्रि के पावन अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा द्वारा

की जाने वाली श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन एक संकल्प के साथ किया गया

सनातन धर्म का प्रचार प्रसार हो एवं उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी की आत्मा को शांति मिले एवं हत्यारों को फासी के सजा हो एवं समाज में फैल रही

कुरीतियों समाप्त हो सभी के ऊपर मां भगवती की कृपा बनी रहे

 

About The Author