April 26, 2024

24x7breakingpoint

Just another WordPress site

VHP Meeting for national wide campaign

देशव्यापी आंदोलन के लिए विश्व हिन्दू परिषद् का चिंतन

 

हरिद्वार- विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रव्यापी हिन्दू हित चिंतक अभियान को लेकर एक बैठक विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त कार्यालय हरिद्वार में आहूत की गई।

बैठक में अभियान के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पक्ष योजना–रचना, क्रियान्वयन और अपेक्षित परिणाम को लेकर गम्भीर चिन्तन कर अभियान में लगे अपेक्षित कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

खास खबर-  खाली पड़े सरकारी पदों को लेकर नाराज सीएम धामी ने दिया एक हफ्ते का अल्टीमेटम 

बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रान्त अध्यक्ष रविदेव आनन्द ने कार्यकर्ताओं से कहा

कि विश्व हिन्दू परिषद सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में रहने वाले लोगों को संगठन से जोड़ने के लिए रविवार से हिन्दू हित चिंतक अभियान प्रारम्भ कर रहा है।

हिन्दू हित चिंतक अभियान 2022 को सर्वस्पर्शी बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद 6 नवंबर से 20 नवंबर तक

हिन्दू समाज के प्रत्येक जाति, मत, पंथ, संप्रदाय से संपर्क कर उन्हें संगठन, समाज व राष्ट्र हित के कार्यों से जोड़ने का कार्य करेगा।

हिंदू हितचिंतक अभियान में विशेष वर्ग के लोगों से सम्पर्क कर संगठन से जोड़ने के लिए एक विशेष संपर्क अभियान भी चलाया जाएगा।

इस अभियान के अन्तर्गत डॉक्टरों, इंजीनियरों, वकील, खिलाड़ियों, सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी समेत सभी तरह से समाज में ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों को संगठन से जोड़ा जाएगा।

हितचिंतक अभियान की टोलियों के सदस्य सम्पूर्ण उत्तराखण्ड प्रान्त में प्रत्येक हिन्दू घर में जाकर उन्हें हितचिंतक बनाने का कार्य करेंगी।

इस राष्ट्रव्यापी अभियान में विश्व हिंदू परिषद के द्वारा समाज हित में किए जाने वाले कार्यों

के सम्बंध में हिन्दू समाज को विस्तार से अवगत कराना भी तय किया गया हैं।

प्रान्त संगठन मंत्री अजय ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रव्यापी हितचिंतक अभियान का उद्देश्य संगठन के विभिन्न आयामों का विस्तार करना है।

संगठन द्वारा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में निरन्तर किए जा रहे सेवा कार्यों के माध्यम से समाज के वंचित वर्ग के व्यक्तियों को अधिकाधिक संख्या में जोड़ना,

नई पीढ़ी में सनातन संस्कारों का संचार करना, गौवंशों की रक्षा करना, सामाजिक समरसता लाना,

नारी सशक्तीकरण करना, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण व मठ-मंदिरों की सुव्यवस्था करना है।

About The Author