देहरादून। भू कानून को लेकर रविवार को उत्तराखंड के लोगों ने राजधानी में हल्ला बोला।
मूल निवास और भू कानून को लागू किए जाने की मांग लेकर राज्य के भीतर से ही नही अपितु दूसरे राज्यों से भी लोग इस महारैली में शिरकत करने पहुंचे थे। हरिद्वार से भी पहाड़ी महासभा के कार्यकर्ताओं ने इस महारैली में अपनी भागीदारी की।
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योगेंद्र नेगी के संयोजन में पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष सुभाष पुरोहित और महामंत्री इंद्र रावत के सहयोग से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता देहरादून पहुंचे।
दरअसल उत्तराखंड में मूल निवास कानून लागू करने और इसकी कट ऑफ डेट 26 जनवरी 1950 घोषित किए जाने और प्रदेश में सशक्त भू-कानून लागू किए जाने की मांग को लेकर देहरादून में उत्तराखंड मूल निवास स्वाभिमान महारैली आयोजित की गई थी।
हरिद्वार से इस महारैली में शिरकत करने पहुंचे पहाड़ी महासभा के संयोजक योगेंद्र नेगी ने बताया की काफी अरसे से भू कानून और मूल निवास के लिए मांग उठाई जा रही थी। लेकिन राज्य सरकार इस मांग पर गंभीर नहीं दिखाई दी।
आज इस मांग को लेकर लोगों ने अपना आक्रोश दिखा दिया है जिसे देखकर अब भी अगर सरकार गंभीर नहीं हुई तो निकट भविष्य में उन्हे परिणाम भुगतने पड़ सकते है।
पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष सुभाष पुरोहित ने बताया की आज की महारैली में लोग न तो किसी राजनीतिक पहल पर आए थे और न किसी अन्य प्रलोभन के आज का जन समुदाय बता रहा है की अब उत्तराखंड के लोग भू कानून लागू करने और मूल निवास प्रमाण पत्र को लेकर ज्यादा चुप नहीं बैठेंगे।
पहाड़ी महासभा के महामंत्री इन्द्र रावत ने कहा की हमारी मांग प्रदेश में ठोस भू कानून लागू हो उन्होंने बताया की इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 250 मीटर भूमि खरीदने की सीमा लागू हो,ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगे, साथ ही गैर कृषक की ओर से कृषि भूमि खरीदने पर रोक लगे, पर्वतीय क्षेत्र में गैर पर्वतीय मूल के निवासियों के भूमि खरीदने पर तत्काल रोक लगे।
हरिद्वार से पहाड़ी महासभा के कार्यकर्ताओं में सुभाष पुरोहित,
इंद्र सिंह रावत,योगेंद्र नेगी,डीएन जुयाल,जगत सिंह रावत, सतीश जोशी,तरुण व्यास,दीपक पांडे,मनोज रावत,राकेश नौडियाल,जगमोहन सिंह नेगी,अजय नेगी, विजय गवाड़ी, नरेश बोंठियाल, प्रणव बोंठियाल,संजय नैथानी,रितेश नौडियाल,सतीश रावत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ता इस महारैली में शामिल हुए।
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