Red Run Marathon उत्तराखंड की बेटी ने रचा इतिहास, नागालैंड में जीती मैराथन
गौरव का पल : उत्तराखण्ड की अनीशा ने रचा इतिहास, 10 किलोमीटर की 3.0 राष्ट्रीय रेड रन मैराथन प्रतियोगिता में किया प्रथम स्थान प्राप्त
राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा दीमापुर (नागालैण्ड) में आयोजित हुई Red Run Marathon 3.0 प्रतियोगिता
30 अक्टूबर 2025 का दिन उत्तराखण्ड के लिए गर्व का क्षण बन गया, जब चमोली जनपद के छोटे से गांव लुन्तरा (पो. नंदानगर) की बेटी कुमारी अनीशा ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित रेड रन मैराथन 3.0 में देशभर के प्रतिभाशाली धावकों को पछाड़ते हुए महिला वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया।
अनीशा ने 10 किलोमीटर की 3.0 प्रतियोगिता की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह प्रतियोगिता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा नागालैण्ड के दीमापुर जनपद में आयोजित की गई थी।
सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा/परियोजना निदेशक डॉ. आर. राजेश कुमार ने कुमारी अनीशा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि उनकी यह सफलता पूरे उत्तराखण्ड के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने अनीशा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस मैराथन में देश के 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए सैकड़ों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
कठिन प्रतिस्पर्धा के बीच उत्तराखण्ड की अनीशा ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, फिटनेस और आत्मविश्वास के दम पर सबको पीछे छोड़ दिया।
उनके इस शानदार प्रदर्शन पर नाको के अपर सचिव एवं महानिदेशक द्वारा उन्हें भारत सरकार की ओर से ₹50,000 की धनराशि, प्रशस्ति पत्र और स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कुमारी अनीशा की इस उपलब्धि के पीछे उनकी निरंतर मेहनत और अनुशासन की भूमिका रही है।
इससे पहले उन्होंने राज्य स्तर पर आयोजित रेड रन 3.0 में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 5 किलोमीटर मैराथन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
उस प्रतियोगिता का आयोजन उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (यूसेक्स) के तत्वावधान में किया गया था।
राज्य स्तर पर मिली इस सफलता ने अनीशा को राष्ट्रीय मंच तक पहुँचने की प्रेरणा दी, जहाँ उन्होंने पूरे देश के सामने उत्तराखण्ड का परचम लहराया।
कुमारी अनीशा की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और चमोली जिले के लिए बल्कि पूरे उत्तराखण्ड राज्य के लिए गर्व का विषय है।
उनके इस प्रदर्शन ने यह साबित किया है कि उत्तराखण्ड की बेटियाँ किसी भी मंच पर अपनी प्रतिभा से देश का नाम रोशन कर सकती हैं।
निश्चित ही, अनीशा की यह सफलता आने वाली पीढ़ी के युवाओं को प्रेरित करेगी कि मेहनत, लगन और अनुशासन के साथ आगे बढ़ने पर कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
उत्तराखण्ड की यह “रेड रन चैंपियन” अब राज्य की नई प्रेरणास्त्रोत बन चुकी हैं।

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