Dehradun। कर्नाटक विधानसभा में नकली दवाइयां को लेकर उठे सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री के उत्तराखंड यूपी हिमाचल में नकली दवाई बनाने की इकाई होने की बात के बाद उत्तराखंड में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।
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बता दे कि कर्नाटक विधानसभा में एक सवाल के जवाब में सूबे के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडु राव ने कहा था कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में नकली दवाओं के निर्माण की इकाइयां स्थापित है।
नाराजगी न केवल ड्रग्स विभाग में है बल्कि फार्मा उद्योग में इस बात को लेकर नाराज देखी जा रही है। ड्रग्स विभाग भी कर्नाटक सरकार के बयान को सिरे से नकारते हुए नकली दवाओं के खिलाफ अपनी की जाने वाली लगातार कार्यवाही का हवाला दे रहा है।
उत्तराखंड के ड्रग्स कन्ट्रोलर ताजभर ने बताया राज्य में किसी भी ऐसी कंपनी को कोई बजी छूट नही दे जाती है जो सब स्टैंडर्ड दवाएं बनाती हो।
उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों में इस तरह की दवाओं का निर्माण हो रहा है और नाम उत्तराखंड का किया जा रहा है।
फार्मा उद्योगपति पी के बंसल का कहना है कि नकली दवाइयां को लेकर उत्तराखंड को केवल बदनाम किया जा रहा है।
जबकि हकीकत यह है कि जो लोग नकली दवाइयां बना रहे हैं वह कहीं और निर्माण कार्य कर रहे हैं और पता उनका उत्तराखंड का है जो पूरी तरह से फर्जी है।
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