हरिद्वार ( विकास चौहान )। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में शराब कारखाने (Liquor Factory) लगाए जाने की सरकार की नीति के विरोध में चल रहे देवभूमि सिविल सोसायटी के आंदोलन के 22वें दिन चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने आंदोलन को समर्थन देते हुए सरकार से अपनी नीति पर पुर्नविचार करने की मांग की है।
खास खबर :— टूर एंड ट्रेवल व्यापारियों में GST की जागरूकता के लिए कार्यशाला का आयोजन
देवपुरा चैक स्थित देवभूमि सिविल सोसायटी के धरना स्थल पर आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देवभूमि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में शराब कारखाने (Liquor Factory) लगाए जाने के विरोध में 22 दिन से आंदोलन चल रहा है। संत समाज भी शराब कारखाने (Liquor Factory) लगाए जाने के विरोध में लगातार आवाज उठा रहा है। लेकिन गूंगी बहरी सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है। शांति की भाषा नहीं समझने वाली प्रदेश सरकार उग्र आंदोलन चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि तीन दिन के अंदर सरकार की और से कोई जवाब नहीं मिलता है तो आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाया जाएगा।
पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि 22 दिन बीतने के बाद भी आंदोलन की कोई सुध नहीं लेने से सरकार की असंवेदनहीनता साफ पता चल रही है। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाए बिना पीछे नहीं हटेंगे। सरकार को जनभावनाओं व देवभूमि की पवित्रता का ख्याल रखते हुए शराब कारखाने लगाने की नीति को वापस लेना होगा। जेपी बड़ोनी ने कहा कि प्रदेश का विकास करने में पूरी तरह विफल साबित हो रही सरकार युवाओं को नशे की और धकेलने का काम कर रही है। शराब कारखाने लगने से उत्तराखण्ड की शांत वादियों में शराब कारोबारियों को बढ़ावा मिलेगा। शराब कारखाने किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
धरने पर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति के सतीश जोशी, जगत सिंह रावत, तेज सिंह रावत, अजब सिंह चैहान, विष्णु सेमवाल, शांति, सरोजनी जोशी, महेश चंद्र, आनन्द, मदन मोहन, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, अशरफ अब्बासी आदि ने विचार रखे।
More Stories
कर्नल कोठियाल का आप छोड़ने का सबसे बड़ा कारण पार्टी का ये रवैया
उत्तराखंड में summer vacation की तारीखों का हुआ ऐलान, 31 मई को होनी है शपथ
उत्तराखण्ड में रिन्यूबल एनर्जी के विकास के लिये काम करेगा BPCL