देहरादून(पंकज पाराशर)। राजधानी के प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी की प्राचार्य पर बाल मजदूरी, मारपीट करने का आरोप लगा हैं। मामला गत चार महिने पहले का है लेकिन बच्ची की शिकायत पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी। लेकिन बच्ची के एक पत्र ने ऐसा हड़कंप मचा दिया जिसके बाद न केवल पुलिस मामला दर्ज करने को तैयार हो गयी हैं अपितु कार्यवाही करने की भी बात कह रही हैं। दरअसल केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी की प्रधानाचार्य चमोली के जोशीमठ से अपने परिचित के यहां से एक बच्ची को पढ़ाने के लिए लेकर आयी थी लेकिन कुछ समय बाद बच्ची ने प्रधानाचार्य पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में उसकी शिकायत दर्ज करानी चाही।
खास खबर—सवर्ण आरक्षण पर पीएम मोदी को इन्होने बताया 21 वी सदीं का “अंबेडकर”
बता दें कि चमोली जिले के जोशीमठ की रहने वाली 15 साल की बच्ची ने केन्द्रीय विद्यालय ओएनजीसी की प्रधानाचार्य पर बाल मज़दूरी और मारपीट करने का आरोप लगाया था। लेकिन मामले के चार महीने बीत जाने के बाद भी देहरादून पुलिस ने मामले में एफ़आईआर दर्ज नहीं की थी। जिसके बाद बच्ची ने बाल आयोग को चिट्टी लिखी और मामले की शिकायत की । शिकायत में बच्ची ने लिखा है कि केवी ओएनजीसी की प्राचार्या उसे देहरादून अपने घर ले गई थीं लेकिन उससे घर का काम करवाया जाता था और मारपीट की जाती थी। जिसपर बाल आयोग ने संज्ञान लिया और मामला डीजी के समक्ष रखा। जिसपर कार्यवाही करने को डीजी ने आदेश दे दिए हैं। डीजी लॉ एंड आॅडर अशोक कुमार ने बताया कि इस मामले में अब देहरादून में ही प्रधानाचार्य के खिलाफ अभियोग पंजीकृत होगा।
More Stories
Hariyana के युवकों की कार गिरी खाई में, एक कि मौत एक घायल
गंगनहर में डूबे युवक का एसडीआरएफ ने किया शव बरामद
चम्पावत के परिवार का टूटा कहर, हरिद्वार से लौटते हुए सड़क हादसे में 3 कई मौत