उधमसिंह नगर(कमल खड़का)। ये सीआईडी अफसर हनी ट्रैप करके बड़ी—बड़ी कार्यवाहीयों को अंजाम देते थे। लेकिन एक दिन चढ़ गये पुलिस के हत्थे और पहुंच गये सलाखों के पीछे। दरअसल ये फर्जी तरीके से सीआईडी अधिकारी बन लोगों के साथ ठगी करते थे। पुलिस ने इनके पास से दो लैपटॉप, प्रिंटर, लैंडलाइन फोन, सीआईडी के आईकार्ड और दर्जनों आधार कार्ड सहित फर्जी मुहरें बरामद हुई हैं।
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पुलिस ने महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है इन लोगो पर आरोप है कि ये लोग फर्जी सीआईडी अधिकारी बन लोगों को ठगने का काम करते थे। एसपी सिटी देवेंद्र पींचा ने बताया कि ये लोग फर्जी सेीआईडी अफसर बनकर लोगों से ठगी करने का काम करते थे। उन्होने बताया कि पकड़े गये लोगों में प्रणव, विकास और पूनम अलग—अलग होटलों में रुकते थे। उन्होने बताया कि पिछले चार माह में उन्होने कई होटलों को बदला।
पींचा ने बताया कि पूनम पूंजीपति लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर लाती थी और पीछे से प्रणव और विकास सीआईडी अफसर बनकर ग्राहक को अपना शिकार बनाते थे। पुलिस के अनुसार छह माह में तीनों ने करीब सात लोगों को अपना शिकार बनाकर उनसे 10 लाख रुपये की ठगी की है।
उनके पास से कार, दो लैपटॉप, प्रिंटर, ब्राडबैंड, लैंडलाइन फोन, दर्जनों मेडल, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, यूपी पुलिस का मोनोग्राम, मुहरें, चेक बुक, हार्ड डिस्क, CID के आई कार्ड, शपथ पत्र, कानून की किताबें आदि बरामद हुईं। पूछताछ में तीनों ने फर्जी सीआईडी अफसर बनकर लोगों को हनी ट्रैप के जरिये ठगने की बात कबूली।
एसपी सिटी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के तीन अन्य साथी अभिषेक गुप्ता निवासी नगीना, फैजान पाशा निवासी रामपुर और सिमरन निवासी सामिया लेक सिटी रुद्रपुर फरार हो गए। तीनों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।
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