हरिद्वार (विकास चौहान) । पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण जल्द ही सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े में से एक निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर बनेंगे। बताया जा रहा है कि योगगुरु बाबा रामदेव ने भी इसके लिए सहमति जता दी है।
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अभी हाल ही में जन्माष्टमी के दिन आचार्य बालकृष्ण एक भक्त द्वारा खिलाई गई मिठाई से फ़ूड पॉइजनिंग हो गई थी जिसके चलते उन्हें ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उनका हाल चाल लेने के लिए कई वीआईपी और वीवीआईपी लोग उनसे मिलने पहुँचे थे। बीती 30 अगस्त को उनका कुशलक्षेम लेने पहुंचे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने उनसे निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बनने पर चर्चा की। आचार्य बालकृष्ण ने भी उन्हें इनकार नही किया बालकृष्ण ने कहा कि जैसा संत चाहे वो बनने के लिए तैयार है। संतो के आशीर्वाद से वो आज शिखर तक पहुंचे है वो उनके प्रस्ताव का सम्मान करेंगे।
सन्यासी अखाड़े में सबसे बड़ी पदवी मानी जाने वाली आचार्य महामंडलेश्वर बनने से पहले आचार्य बालकृष्ण विधिवत रूप से सन्यास लेंगे जिसके बाद सभी 13 अखाड़ों की मौजूदगी में उन्हें पूरी परंपरा के अनुसार पट्टाभिषेक कर आचार्य महामंडलेश्वर बनाया जाएगा। आपको बता दें कि आचार्य महामंडलेश्वर का पद किसी भी अखाड़े में सर्वोच्च होता है और अखाड़े के सभी महामण्डलेश्वरों की नियुक्ति भी वही करता है। निरंजनी अखाड़े के पास हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी समेत देश भर में बहुत आश्रम और सम्पत्तियाँ हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के अनुसार स्वयं आचार्य बालकृष्ण ने इसकी सहमति दे दी है और हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ- 2021 तक आचार्य बालकृष्ण अपना पद संभाल लेंगे।
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