जाने आलम( लक्सर) :- लक्सर तहसील क्षेत्र में गन्ने का भुगतान न होने से नाराज किसानों के हुंकार भरते ही मिल प्रबंधन बैकफुट आ गया। आनन फानन में प्रशासन और मिल प्रबंधन ने किसानों को गन्ने की फसल का 18 करोड़ का भुगतान कर दिया।
आपको बता दे कि 11 सितंबर को दिन लक्सर उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा ने किसान नेता चौधरी कीरत सिंह एवं शुगर फैक्ट्री के जीएम को बुलाकर गन्ना किसानों के संबंध में एक वार्ता कराई , जिसमें किसान नेता चौधरी कीरत सिंह द्वारा अपनी 11 मांगों को लेकर उप जिलाधिकारी लक्सर पूरण सिंह राणा के यहां एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें 11 सितंबर को किसान नेता चौधरी कीरत सिंह ,अध्यक्ष किसान संघर्ष समिति व सभी अन्य विभाग के अधिकारीगण को वार्ता के लिए बुलाया था। 10 मांगों पर लक्सर उपजिलाधिकारी पूरण सिंह के कार्यालय में सहमति बन गई थी । एक मात्र गन्ना किसानों के भुगतान के संबंध में रह गई थी।
खास खबर :— अब वो governments नहीं रही जो जनता हित में कार्य करती थी:— Yeti Narasimhanand Saraswati
जिस पर किसान नेता चौधरी कीरत सिंह व शुगर मिल के जीएम के बीच सहमति नहीं बनी थी। चौधरी कीरत सिंह ने चेतावनी दी थी कि 2 दिन तक अगर किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो हम गन्ना मील में 13 तारीख को धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी मिल प्रबंधन की होगी । किसानों की चेतावनी से गन्ना मिल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए और उसने बहुत कोशिश की कि 1 हफ्ते का गन्ना भुगतान का टाइम दिया जाए। लेकिन किसान नेता ने बिल्कुल मना कर दिया और कहा कि इसमें किसी तरह से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
उसी को देखते हुए मिल प्रबंधन बैकफुट पर आया और 12 सितंबर 2019 को लक्सर उपजिलाधिकारी पूरन सिंह राणा ने अपने कार्यालय में किसान नेताओं एवं मिल के जीएम को बुलाया उसमें मिल मालिक ने 10 दिन का काश्तकार का भुगतान ₹180000000 का चेक से किया। लक्सर उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा ने स्वम् किसानों को ये चेक दिया। इसी बात को देखते हुए किसान नेता चौधरी कीरत सिंह , संघर्ष समिति एवं अन्य किसान मान गए और सभी ने धरना प्रदर्शन 13 तारीख को होने वाला स्थगित कर दिया। यह भी एक खूबी साबित हुई लक्सर उपजिलाधिकारी पूरन सिंह राणा की जिन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर किसानों को मनाने में सफल रहे। और किसानों का धरना प्रदर्शन भी स्थगित हो गया । वही लक्सर उप जिलाधिकारी पूर्ण सिंह राणा का कहना है कि जो किसानों द्वारा 11 मांगों का एक नोटिस लक्सर तहसील में दिया गया था, उनमें 10 मांगे 11 सितंबर 2019 को निस्तारण कर दिया गया था, एक मांग जो गन्ना भुगतान के संबंध में मिल प्रबंधन से होनी थी। वह भी आज दोनों पक्षों को बुलाकर निस्तारण कर दी गई है और अब कोई किसी किस्म का धरना प्रदर्शन किसान नेताओं द्वारा नहीं किया जाएगा क्योंकि मिल मालिक ने 10 दिन का भुगतान ₹180000000 का चेक किसान नेताओं को दे दिया गया है । और दोनों पक्षों में अब धरना प्रदर्शन को लेकर समझौता हो गया है। अब किसी किस्म का लक्सर तहसील में धरना प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। समझौता वार्ता में शामिल किसान नेता चौधरी कीरत सिंह, संदीप चेयरमैन, सुमित, वरुण, सोमेंद्र, सहदीप सिंह एडवोकेट, पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन लक्सर आदि मौजूद रहे
More Stories
चारधाम यात्रा में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का हुजूम, जानिए अभी तक के आंकड़े
सीट के लिए लाइन में लगे सीएम पुष्कर सिंह धामी
विधानसभा सत्र में सीएम सहित सभी मंत्रियों के लिए दिन हुए तय, देने होंगे सवालों के जवाब